नफ़रत के आधार पर हमें सत्ता का सिंहासन नहीं चाहिए। ऐसी राजनीति को हम ठोकर मारते हैं। NPR को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। यदि NPR नहीं होगा तो ग़रीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं कैसे चलायी जाएंगी। DBT के माध्यम से बिना किसी हेर-फेर के ग़रीबों तक सब्सिडी कैसे पहुँचेगी? नफ़रत की स्याही से इतिहास लिखने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए वरना इतिहास माफ़ नहीं करेगा। हमारे प्रधानमंत्री इंसाफ़ और इंसानियत में विश्वास करते हैं। तभी वे कहते हैं सबका साथ सबका विकास। इसके बावजूद उन पर ग़लत आरोप लगाए जा रहे हैं।
नफ़रत के आधार पर हमें सत्ता का सिंहासन नहीं चाहिए